- संदंष्ट
- सदाचार
- सदाहं पुरीषप्रवर्तनं
- सदोषं पुरीषं
- सद्यः
- सद्यप्राणहर धूम
- सद्योव्रण
- सद्वृत्त
- संधान
- संधानीय
- सन्तत
- सन्तर्जन
- सन्तर्पण
- सन्ताप
- सन्दिग्धा वाक्
- सन्धिमुक्तता
- सन्निरोध अधोवायु
- सन्निहितागदम्
- सन्यस्तसंज्ञा
- संपरिवृत नाभि
- सपाकं
- सपिच्छं मूत्रं
- सपिच्छाप्रतिमं रक्तं
- सपिण्डिक
- सपूयं छर्दि
- सपैच्छिल्यं पुरीषं
- सप्तधातु
- सप्तधातु
- सप्तमुष्टि
- सप्रवाहिकं पुरीषं
- संप्रसेकः
- सप्रसेक मुखं
- संप्रस्राव अक्षि
- संप्रस्राव मुखं
- संप्रहार इच्छा
- सफेनं
- सभक्त
- सभक्तं पुरीषं
- संभक्ष्यमाणा इव
- संभग्नं इव ऊरु
- संभग्नौ इव पाद
- संभिन्नं पुरीषं
- संभेद
- समत्रित्रय
- समन्त्रपूताम्बु प्रोक्षणम्
- सममगात्रं
- समयोग
- समयोगः
- समवायः
- समवायि कारण
- समशन
- समष्टि मार्गै रक्तं
- समस्तवर्णं मूत्रं
- समाग्नि
- समाधिः
- समान वायु
- समीक्षकारी
- समीपस्थं दूरे दर्शनं
- समुक्षिप्त वाक्
- समुच्चयः
- समुत्पीडवत् मूत्रं
- समुद्रमंथन
- सम्पत् विरुद्द
- सम्बद्धवाक्
- सम्बद्धाबद्धवाक्
- सम्भवः
- सम्भवः
- सम्भृष्टपरुषच्छवि
- सम्मीलनं
- सम्मूढा
- सम्मूर्च्छा
- सम्मोहः
- सम्मोहः
- सम्यक्द्रुतम्
- सम्यक्योग
- सम्यग्दग्ध
- संयम पार्श्व
- संयोग
- संयोग विरुद्द
- सर
- सरक्त छर्दि
- सरक्त मूत्रं
- संरब्ध
- संरब्ध अक्षि
- संरम्भ
- सरित् इच्छा
- सरुजं पुरीषप्रवर्तनं
- सरुधिर मूत्रं
- संरोधः
- सर्पकीटहतं
- सर्पमणि
- सर्पाः
- सर्पाङ्गभिहतं
- सर्पि
- सर्पि तुल्यं पुरीषं
- सर्पित्
- सर्पिरूपं आर्तव
- सर्पिरूपं पुरीषं
- सर्पिवर्णं रक्तं
- सर्प्रिप्रकाशं मूत्रं
- सर्वकर्मोपरमः
- सर्वग्रह
- सर्वभूतहितैषिणः
- सर्ववर्णं मूत्रं
- सर्वाङ्गग्रह
- सर्वेन्द्रियतापनः
- सर्वौषधिगण
- संलयन
- सलवणं मूत्रं
- सलसीकं मूत्रं
- संलाप इच्छा
- सलिल इच्छा
- सलिलप्रकाशं नासामल
- सलिलप्लावितानि इव परिज्ञानि दर्शनं
- सलिलप्लावी
- संलोच
- सलोहितं पुरीषं
- संवाहन
- सविकल्पकम्
- संवित इव नासिका
- सविदाह
- सविपर्यय स्थानयोजना
- संवृतः
- संवृतरोमकूप सिरा
- संवृतलोमकूप सिरा
- संवृतास्यत्वं
- संवेजनं रोम
- संवेजयेत्
- सव्यभिचारम्
- सशब्दं
- संशमनं
- संशयः
- संशून
- सशूलं
- संशोधन
- संशोष
- सष्कुलि
- संसक्तं
- संसदन
- संसर्गज
- ससिक्तं
- संस्कार
- संस्कार
- संस्कार विरुद्द
- संस्कारवाहीः
- संस्कृत वादी
- संस्तम्भ
- सस्पन्दन
- संस्राव मुखम्
- सहक्षतज मूत्रं
- सहज बल
- संहतं
- संहतमांस
- सहत्वासहत्व
- सहनन
- संहनन हनु
- संहननम्
- सहपान
- संहर्षणं
- संहर्षित इव
- सहसा रक्तं
- सहिष्णुता
- साक्षि
- साक्षी
- सात्मः
- सात्म्य
- सात्म्य
- सात्म्य विरुद्ध
- सात्म्य सम्पत्
- साद
- साद
- सादयति
- सांद्रत्वं
- साधक पित्त
- साधनं
- साधरण हेतु
- सानुनासिकं
- सानुबाधनं
- सान्त्वन
- सान्द्र
- सान्नं पुरीषं
- सामान्य
- सामान्य गुण
- सामान्य-विशेष सिद्धान्त
- सामुद्ग
- सामुद्र जल
- सामुद्र लवण
- साम्य
- सार
- सार
- सारविधमन
- सारस
- सारिका
- साशृक् प्रतिमं
- सासृक्
- सास्मगर्भवत् हृदयं
- साहस इच्छा
- साहस दण्डः
- सिकतानुरूपं मूत्रं
- सिकतानुविद्धान् मलान्