मर्दनः : मर्दनः ( mardanaḥ ) Meaning: Frequent rubbing Kotakkal Ayurveda - Mother land of modern ayurveda मरकतः मरकतप्रभ मरीचि दर्शनं मर्कट मर्दः मर्दन मर्दनः मल मलच्छवि मलज मलिन वस्त्र मलीमस मलोत्पत्ति कण्ठे मशक दर्शनं मशकाः मशी मश्रृणम् मसितुल्यं मसिवर्णं मस्तकः मस्तिष्क मस्तुलुङ्गतुल्यं मस्तुलुङ्गाभं मस्तुलुङ्गोपमं महत् महत् महाकषाय महाखुड्डाक महान/महत् महानस महानिद्रा महापञ्च विष महाभूत महामृग महावेग कास महाशन महास्नेह महास्रोतः महास्वन कास माक्षिक मात्र विरुद्ध मात्रवत् अश्नियात मात्रा मात्रावत आहार मात्रावत् अशन मात्राहीन मात्सर्य मात्सर्यः मानः मान मानसिक भाव मानिका मानुषी मारण मार्ग रोध मार्गात् मार्गं चरेत् रक्तं मार्गान् विवृणोति मार्गावरोध मार्गै अधोवायु मार्गै पुरीषप्रवर्तनं मार्गै मूत्रं मार्गै शुक्रं मार्जन मार्दव माला इच्छा माल्य इच्छा माल्य द्वेष माल्यगन्ध माषा मांस इच्छा मांस धातु मांस वर्ग मांसं विलिखति मांसकील मांसक्षय मांसगन्धि मांसचय मांसतोयप्रख्यं मांसदरणं मांसदुष्टि मांसधावन तुल्यं मांसधावन प्रकाशं मांसधावन सन्निभं मांसधावनवत् मांसपिण्ड मांसपिण्डोपम मांसपेशीप्रभं मांसप्रक्षालनाभं मांसप्ररोह मांसरस मांसवृद्धि मांसशात जिह्वा मांसशोणितगन्ध मांससरम्भं मांसाङ्कुर मांसानामवशातनं मांसाभिवृद्धि मासिक प्राणहर योग मांसोत्सन्ना मांसोदकच्छ्राय मांसोदकसन्निकाशं मांसोदकाभं मांसोदकोपमं मांसोद्गम मांसोन्नाह मांसोपचय मित्रपञ्चक मिथ्यायोग मिन्मिन्य मीनधावनतोयगन्धः मीलनं अक्षि मुक्त त्वक् मुक्तनालं गुद मुक्तमांसता मुक्ता सन्धि मुक्त्वा कीटविषं तद्धि शीतेनाभिप्रवर्धत मुखं मुखगे त्वोष्ठचिमिचिमा मुखपिच्छिलत्वं मुखवाद्य इच्छा मुखसन्दश मुखात् रक्तं मुञ्चन मुद्रा मुन्चति मुषित दर्शनं मुष्टिनिपीडनं मुहु मुहु मुहुःबद्धंमुहुःद्रवं पुरीषप्रवर्तनम् मुहुःबद्धंमुहुःशिथिलं पुरीषप्रवर्तनम् मुहुर्मुह मुहुर्मुहुः शिरोन्यासः मूकत्वं मूकमूषा मूढ उच्छास मूढता अधोवायु मूढत्व मूढसंज्ञता मूत्र मूत्र प्रकाशम् मूत्र वर्ग मूत्रगन्धि मूत्रतुल्यगन्ध मूत्रदशक मूत्रपंचक मूत्रमार्गेण रक्तं मूत्रविरजनीय मूत्रविरेचनीय मूत्रसंग्रहणीय मूत्रस्रोतोरोध मूत्राष्टक मूर्च्छा मूर्च्छाय मूर्च्छित मूर्तद्रव्याणि मूर्धा मूल मूल द्रव्य मूलजानि स्थिराणि च मूलम् मूलिनि मूषा मूषोदर मृगा मृजावर्जन मृत मृतसञ्जीवनमsh मृत् इच्छा मृत्पात्र मृत्स्न मृदितै इव मृदित्वं इव मृदु मृदु कोष्ठ मृदु वीर्य मृदुपाक मृदुपाक मृदुस्पर्श मृद्यमान् इव मेचकाभ मेचकासन्निभं मेढ्र मेढ्रात् रक्तं मेद धातु मेदःकल्पं रक्तं मेदुर इच्छा मेदोदक सन्निभम् मेदोदकोपमं मेद्य इच्छा मेधा मेध्य मैथुन असहत्व मैरेयक मोक्ष मोक्ष पुरीषम् मोक्ष हनू मोदक मोह मोह मोह Pages: 1 . 2 . 3 . 4 . 5 . 6 . 7 . 8 . 9 . 10 . 11 . 12 . 13 . 14 . 15 . 16 . 17 . 18 . 19 . 20 . 21 . 22 . 23 . 24 . 25 . 26 .