- मरकतः
- मरकतप्रभ
- मरीचि दर्शनं
- मर्कट
- मर्दः
- मर्दन
- मर्दनः
- मल
- मलच्छवि
- मलज
- मलिन वस्त्र
- मलीमस
- मलोत्पत्ति कण्ठे
- मशक दर्शनं
- मशकाः
- मशी
- मश्रृणम्
- मसितुल्यं
- मसिवर्णं
- मस्तकः
- मस्तिष्क
- मस्तुलुङ्गतुल्यं
- मस्तुलुङ्गाभं
- मस्तुलुङ्गोपमं
- महत्
- महत्
- महाकषाय
- महाखुड्डाक
- महान/महत्
- महानस
- महानिद्रा
- महापञ्च विष
- महाभूत
- महामृग
- महावेग कास
- महाशन
- महास्नेह
- महास्रोतः
- महास्वन कास
- माक्षिक
- मात्र विरुद्ध
- मात्रवत् अश्नियात
- मात्रा
- मात्रावत आहार
- मात्रावत् अशन
- मात्राहीन
- मात्सर्य
- मात्सर्यः
- मानः
- मान
- मानसिक भाव
- मानिका
- मानुषी
- मारण
- मार्ग रोध
- मार्गात् मार्गं चरेत् रक्तं
- मार्गान् विवृणोति
- मार्गावरोध
- मार्गै अधोवायु
- मार्गै पुरीषप्रवर्तनं
- मार्गै मूत्रं
- मार्गै शुक्रं
- मार्जन
- मार्दव
- माला इच्छा
- माल्य इच्छा
- माल्य द्वेष
- माल्यगन्ध
- माषा
- मांस इच्छा
- मांस धातु
- मांस वर्ग
- मांसं विलिखति
- मांसकील
- मांसक्षय
- मांसगन्धि
- मांसचय
- मांसतोयप्रख्यं
- मांसदरणं
- मांसदुष्टि
- मांसधावन तुल्यं
- मांसधावन प्रकाशं
- मांसधावन सन्निभं
- मांसधावनवत्
- मांसपिण्ड
- मांसपिण्डोपम
- मांसपेशीप्रभं
- मांसप्रक्षालनाभं
- मांसप्ररोह
- मांसरस
- मांसवृद्धि
- मांसशात जिह्वा
- मांसशोणितगन्ध
- मांससरम्भं
- मांसाङ्कुर
- मांसानामवशातनं
- मांसाभिवृद्धि
- मासिक प्राणहर योग
- मांसोत्सन्ना
- मांसोदकच्छ्राय
- मांसोदकसन्निकाशं
- मांसोदकाभं
- मांसोदकोपमं
- मांसोद्गम
- मांसोन्नाह
- मांसोपचय
- मित्रपञ्चक
- मिथ्यायोग
- मिन्मिन्य
- मीनधावनतोयगन्धः
- मीलनं अक्षि
- मुक्त त्वक्
- मुक्तनालं गुद
- मुक्तमांसता
- मुक्ता सन्धि
- मुक्त्वा कीटविषं तद्धि शीतेनाभिप्रवर्धत
- मुखं
- मुखगे त्वोष्ठचिमिचिमा
- मुखपिच्छिलत्वं
- मुखवाद्य इच्छा
- मुखसन्दश
- मुखात् रक्तं
- मुञ्चन
- मुद्रा
- मुन्चति
- मुषित दर्शनं
- मुष्टिनिपीडनं
- मुहु मुहु
- मुहुःबद्धंमुहुःद्रवं पुरीषप्रवर्तनम्
- मुहुःबद्धंमुहुःशिथिलं पुरीषप्रवर्तनम्
- मुहुर्मुह
- मुहुर्मुहुः शिरोन्यासः
- मूकत्वं
- मूकमूषा
- मूढ उच्छास
- मूढता अधोवायु
- मूढत्व
- मूढसंज्ञता
- मूत्र
- मूत्र प्रकाशम्
- मूत्र वर्ग
- मूत्रगन्धि
- मूत्रतुल्यगन्ध
- मूत्रदशक
- मूत्रपंचक
- मूत्रमार्गेण रक्तं
- मूत्रविरजनीय
- मूत्रविरेचनीय
- मूत्रसंग्रहणीय
- मूत्रस्रोतोरोध
- मूत्राष्टक
- मूर्च्छा
- मूर्च्छाय
- मूर्च्छित
- मूर्तद्रव्याणि
- मूर्धा
- मूल
- मूल द्रव्य
- मूलजानि स्थिराणि च
- मूलम्
- मूलिनि
- मूषा
- मूषोदर
- मृगा
- मृजावर्जन
- मृत
- मृतसञ्जीवनमsh
- मृत् इच्छा
- मृत्पात्र
- मृत्स्न
- मृदितै इव
- मृदित्वं इव
- मृदु
- मृदु कोष्ठ
- मृदु वीर्य
- मृदुपाक
- मृदुपाक
- मृदुस्पर्श
- मृद्यमान् इव
- मेचकाभ
- मेचकासन्निभं
- मेढ्र
- मेढ्रात् रक्तं
- मेद धातु
- मेदःकल्पं रक्तं
- मेदुर इच्छा
- मेदोदक सन्निभम्
- मेदोदकोपमं
- मेद्य इच्छा
- मेधा
- मेध्य
- मैथुन असहत्व
- मैरेयक
- मोक्ष
- मोक्ष पुरीषम्
- मोक्ष हनू
- मोदक
- मोह
- मोह
- मोह