पांसुपूर्णाभं अक्षि : पांसुपूर्णाभं अक्षि ( pāṁsupūrṇābhaṁ akṣi ) Meaning: Feels as eyes filled with dust Kotakkal Ayurveda - Mother land of modern ayurveda पन्नगः पय पयो आभ पुरीषं पयोधरौ पयोभि परीक्षा परं परत्व परमाणु परस्परानुप्रवेश परादि गुण परामर्शः परार्थानुमानम् परिकर्तनं परिकर्तिका परिकूजनं परिकृन्तनं परिक्लेद परिक्लेशन परिक्षयं परिग्रह परिग्रह परिच्छदम् परिणाम परिणाम परिणामवादः परिणुदन परितम परिताप परिदग्ध जिह्वा परिदाह परिदेवन परिधावन परिधूपन परिधूमन परिध्वंसी परिपाटन परिपीडन परिपुटनं परिपूजन परिपूर्णत्व शिरः परिपोटन परिप्लोष परिभाव परिमण्डलं परिमर्दन परिमर्शन परिमर्शन् परिमाणम् परिम्लान परिम्लायित्व परिम्लायी दृष्टिमण्डल परिवर्तन परिवाद परिवृत्त नाभि परिवृद्धि परिवेपन परिवेष्टन परिवेष्टितम् परिशोष परिषेक परिषेक परिसरण परिस्फुटन परिस्राव परिहर्ष रोम परिहारः परिहार विरुद्द परीक्षा परुष पर्पटी पर्याय पर्युषित पर्शुकाः पर्शुकाग्राणि पल पलितं रोम पल्लव पवक संस्थिता पवित्रांगुलिः पश्चिमहानव्यदन्तः पाक पाकः पाकः ओष्ठे पाकः मुखे पाक विरुद्द पाके छर्दि पाङ्गल्यं पाचक पित्त पाचन पाचन पांचभौतिक पाटनं पाठं इच्छा पाणिः पाणितल पाणितलम् पाणिपादम् पाणिपादहृदयानि पाणिमूलम् पाणिशलाकाधिष्ठानम् पाण् पाण्डु पाण्डुत्वं पाण्डुमुख पाण्डुर पाण्दुरक्तं पातः पात्र पाद पाद प्रक्षालन पादकुर्चास्थीनि पादतलम् पादत्र धारण पादनर्तन पादंशिक क्रम पादशिष्टं पादसदनं पादांगुलयः पादांगुष्ठः पादाग्रम् पादाघात पादुका पादपीठेषु पान पान इच्छा पान द्वेष पानक पायस इच्छा पायुः पायुमेढान्तरम् पायुवलयः पारद पारावत इव आकूजन् पार्थिव पार्थिव द्रव्य पार्थिवम् पार्श्व पार्श्वजघनम् पार्श्वम् पार्ष्णिः पार्ष्ण्यस्थि पालिः पालिक यंत्र पावकोपमं पाषण्डायतन पांसुपूर्णम् इव अक्षि पांसुपूर्णाभं अक्षि पिङ्गल वर्ण पिचु पिच्चटिका पिच्चितं पिच्छः पिच्छानुगतं पुरीषं पिच्छावत अश्रु पिच्छिल पिच्छिलः पिच्छिलं किङ्चित् पिञ्जर वर्ण पिटका पिटिका पिठर यंत्र पिठरपाकवादः पिडका पिडकोलिका पिडिका पिण्ड धारण पिण्डदर्शनं प्रेतानां पिण्डसदृशं पिण्डिका पिण्डितं पिण्डी पिण्याक पितरक्त गोमूत्राभं मूत्रं पितृभक्ति पित्त पित्त कोपन पित्त संशमन पित्तंछर्दि पित्तधरा कला पित्तपंचक पित्ताक्तं रक्तं पित्ताशयः पित्तोत्क्लेश मुखं पित्तोपहितं पुरीषं पिपासा पिपासा असहत्व पिपिलिकाः पिपीलिका सृप्ति इव पिपीलिकानां सञ्चार इव पिपीलिकाभिः धावनं मूत्रं पिपीलिकाभिः सर्पणं पिप्पलकौ पिशिताश्रितं पटलं पिशितोदकाभं आर्तव पिष्टनिभं मूत्रं पिष्टरस तुल्यं मूत्रं पिष्टवत् मूत्रं पिष्टि पिहितरज नासिका पीडन पीडन असहत्व Pages: 1 . 2 . 3 . 4 . 5 . 6 . 7 . 8 . 9 . 10 . 11 . 12 . 13 . 14 . 15 . 16 . 17 . 18 . 19 . 20 . 21 . 22 . 23 . 24 . 25 . 26 .