- छिद्रैः अधोवायु
- छिद्रैः पुरीषप्रवर्तनं
- छिद्रैः शुक्रं
- छिनत्ति इव
- छिन्नं निश्शेषतः अस्थि
- छिन्न व्रण
- छिन्ना दृष्टिमण्डल
- छेद
- छेदन
- छेदनं
- जगल
- जगव्दिषण्णम्
- जङ्गमं स्यादधोभागम्
- जङ्गमस्थावर विष योनि
- जङ्गमंस्याद् उर्ध्वभागं
- जङ्घा
- जङ्घास्थिनी
- जठरम्
- जडता
- जत्रुमूलम्
- जत्रुसन्धिः
- जनपद
- जनपदोध्वंस
- जनपदोध्वंसकर भाव
- जपा पुष्पनिभं
- जम्बूपल्लव
- जरण शक्ति
- जरा
- जरायुज
- जरायुज
- जल
- जल वर्ग
- जलगर्भतम
- जलचर विहंग वसा
- जलनिधेर्जनितम्
- जलमृतः
- जलवाहिन्यः सिराः
- जलसंत्रास
- जलौका
- जल्पः
- जागरणं
- जाङ्गम
- जाङ्गम विष
- जाठराग्नि
- जातरसम्
- जानु
- जानुकपालिका
- जानुसन्धिः
- जान्वधः सन्धिः
- जारण
- जाल
- जालकावृतम्
- जालधरा सिरा/जालन्धरा
- जालानि
- जालान्तरगत
- जिज्ञासा
- जिह्मं
- जिह्मा दृष्टिः
- जिह्माक्षः
- जिह्वा
- जिह्वाखादनम्
- जिह्वादंशनं
- जिह्वापसरणं
- जिह्वाप्रबन्ध
- जिह्वामूलम्
- जिह्वाशोफ
- जिह्वासंदंशनं
- जिह्वासेवनी
- जीर्णं अश्नियात
- जीर्णमद्य
- जीर्णावस्था
- जीवः
- जीवजीवकाः
- जीवन
- जीवनीय पञ्चमूल
- जीवन्मुक्ति
- जीवित धामानि
- जीवितम्
- जीवितम्
- जीवितायतनानि
- जृम्भा
- जेन्ताक
- ज्ञः
- ज्ञान
- ज्ञानप्रणाशः
- ज्ञानेन्द्रिय
- ज्वरहर
- ज्वलनार्कसमप्रभाः
- ज्वलन्ति इव
- ज्वाला
- टंक
- डमरुयंत्र
- ढालन
- तक्र
- तक्र कुर्चिका
- तक्र वर्ग
- तण्डुल वारि
- ततता लघ्वल्पा भोजनैरपि
- तत्क्षण
- तदुणबहुमान
- तद्विद्यसंभाषा
- तनु
- तनुः
- तनुकं
- तनुचैलावृतोपम दर्शनं
- तनुत्वं
- तनुरूहः
- तनुसिराराजी
- तन्तुजालगवाक्षितं
- तन्तुबद्धं इव
- तन्तुमत्वं
- तन्त्र
- तन्त्रम्
- तन्त्रयुक्ति
- तन्त्रिवत् कर्णपाली
- तन्द्रा
- तन्मना भुञ्जीत्
- तन्मात्रा
- तपनीय
- तपनीयाभं रक्तं
- तपस्
- तप्त खल्व
- तम
- तम प्रवेश
- तमः हृदि
- तमकः
- तमकाः
- तमस मज्जति इव
- तमस्
- तमो दर्शनं
- तमो वृद्धिः
- तरक्षु
- तरतमयोगानुपलब्धि
- तरुणास्थि
- तर्क
- तर्जनी
- तर्पक कफ
- तर्पण
- तर्षः
- तलम्
- ताच्छील्य
- ताडनक्षमम्
- ताडयत् इव
- ताडाग
- ताडित गुण दर्शनं
- तान्तं अक्षि
- ताप
- ताम्यतः
- ताम्रः
- ताम्रवर्ण
- ताम्रसिराराजी
- ताम्रावभासं
- तार
- तारकर्म
- तारका
- तालफलोपमं
- तालु
- तालुके/तालुषके
- तालुपातः
- तालुप्रदेश (मुर्धगः)
- तालुमांसं
- तिक्त
- तिक्तं
- तिक्त स्कन्ध
- तिक्तमुखरसत्वं
- तिक्तरस
- तिक्तरसता
- तिक्तास्यता
- तिन्दुक
- तिमिरदर्शनं
- तिर्यकप्रेक्षी
- तिर्यक् दर्शनं
- तिर्यक् पातन यन्त्र
- तिल इच्छा
- तिलपिष्टनिभं
- तिलाभ
- तीक्ष्ण
- तीक्ष्ण
- तीक्ष्ण वीर्य
- तीक्ष्णधूम
- तीक्ष्णाग्नि
- तीक्ष्णाग्नि
- तीक्ष्णासहः
- तीव्र
- तीव्रवेग श्वास
- तुण्डाहत्
- तुदती
- तुन्ड
- तुन्नसेवनी
- तुरङ्गस्थानगन्ध
- तुला
- तुल्यार्थता
- तुषाम्बु
- तूष्णी भाव
- तृट
- तृट्
- तृण धान्य
- तृण पञ्चमुल
- तृणच्छेद
- तृप्ति